सब कुछ ठहरा-ठहरा सा है जो जहां है बस वही रुका रुका सा है सब कुछ ठहरा-ठहरा सा है जो जहां है बस वही रुका रुका सा है
जीवन भर के आंसू देकर वो आखिर क्यों चली गई।। जीवन भर के आंसू देकर वो आखिर क्यों च जीवन भर के आंसू देकर वो आखिर क्यों चली गई।। जीवन भर के आंसू देकर वो आखिर ...
अब एक खला है ज़िन्दगी में ख़ामोशी है सब धुआं धुआं सा है अब एक खला है ज़िन्दगी में ख़ामोशी है सब धुआं धुआं सा है
दूर हवाओं में बस सरगोशियां रह जाती हैं जाने वाले तेरी याद बहुत सताती है...... दूर हवाओं में बस सरगोशियां रह जाती हैं जाने वाले तेरी याद बहुत सताती है......
इधर दिल टूट रहे हैं इधर दिल टूट रहे हैं
हम लुट रहे थे, हम टूट रहे थे वो रात का मंजर था हम लुट रहे थे, हम टूट रहे थे वो रात का मंजर था